एशियाई युवा और जूनियर बॉक्सिंग : रेणु को कांसा, निवेदिता व तमन्ना फाइनल में

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रेणु (बाएं) को कांसा, निवेदिता (मध्य) व तमन्ना (दाएं)
रेणु (बाएं) को कांसा,                         निवेदिता (मध्य)                            तमन्ना (दाएं)

नई दिल्ली: भारतीय युवा महिला मुक्केबाज निवेदिता कार्की और तमन्ना ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए ओमान के जॉर्डन में जारी एएसबीसी एशियाई युवा और जूनियर मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2022 के फाइनल में बुधवार को जगह बना ली जबकि रेणु को सेमीफाइनल में हारकर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।

पिछले संस्करण की रजत पदक विजेता निवेदिता और तमन्ना ने अपने-अपने सेमीफाइनल में शानदार जीत दर्ज की। निवेदिता को जहां 48 किग्रा वर्ग में थाईलैंड की रनरारिट ग्रेसी के खिलाफ 4-1 से जीत दर्ज करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी।

वहीं तमन्ना (50 किग्रा) ने अपना दबदबा कायम रखते हुए कजाकिस्तान की अनीता आदिशेवा पर 5-0 से आसान जीत दर्ज की। इस बीच, 52 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में रेनू को उज्बेकिस्तान की मुनव्वर फोजिलोवा के खिलाफ 0-5 से हार का सामना करना पड़ा।

भारतीय महिला मुक्केबाजों ने सभी 12 भार वर्गों में पदक हासिल किए, जबकि पुरुषों ने छह पदकों पर कब्जा जमाया। इससे अब टूर्नामेंट में भारत के पदकों की संख्या 18 हो गई है।

रेणु (बाएं) को कांसा, निवेदिता (मध्य) व तमन्ना (दाएं)
रेणु (बाएं) को कांसा,                         निवेदिता (मध्य)                            तमन्ना (दाएं)

आज रात आठ और युवा महिला मुक्केबाज फाइनल में जगह बनाने के लिए रिंग में उतरेंगी। इनमें तनीषा लांबा (54 किग्रा), प्राची (57 किग्रा), शाहीन गिल (60 किग्रा), रवीना (63 किग्रा), प्रियंका (66 किग्रा), प्रांजल यादव (70 किग्रा), मुस्कान (75 किग्रा) और स्नेहा (81 किग्रा) शामिल हैं।

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मंगलवार देर रात जूनियर लड़कियों के सेमीफाइनल में मौजूदा चैंपियन निकिता चंद (60 किग्रा) ने पहले दौर में जॉर्डन की एसेल महमूद को हराकर फाइनल में प्रवेश किया। वहीं, सुप्रिया देवी थोकचोम (54 किग्रा), विधि (57 किग्रा), श्रुष्टि साठे (63 किग्रा), रुद्रिका (75 किग्रा) और खुशी पूनिया (80 किग्रा) ने भी अपने-अपने सेमीफाइनल मुकाबले जीते।

कृष्णा वर्मा 70 किग्रा में एकमात्र भारतीय थीं, जिन्हें मंगलवार को हारकर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। उनके अलावा 11 मुक्केबाजों ने लड़कियों की जूनियर वर्ग के फाइनल में जगह बनाई। भारतीय दल ने अब तक 21 पदक हासिल किए हैं। इनमें लड़कियों ने 12 और लड़कों ने नौ पदक जीते हैं।

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