पीकेएल 12 : नया कोच, नई रणनीति : प्लेऑफ़ में वापसी की राह पर बंगाल वॉरियर्ज़

0
35

मुंबई: प्रो कबड्डी लीग सीज़न 7 की चैंपियन बंगाल वॉरियर्ज़ सीज़न 12 में प्लेऑफ़ में वापसी करना चाहेगी, क्योंकि पिछले चार सीज़नों से वह लीग चरण से आगे नहीं बढ़ पाई है।

सीज़न 12 से पहले, वॉरियर्ज़ ने अपने पूर्व मुख्य कोच प्रशांत सुरवे से नाता तोड़ लिया, जिन्होंने पिछले सीज़न में टीम को 22 मैचों में केवल 5 जीत के साथ 10वें स्थान पर खत्म किया था।

टीम ने भारत के पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी और गोल्ड मेडल विजेता कोच नवीन कुमार को नया मुख्य कोच नियुक्त किया है, जो पहले सीज़न 5 में तेलुगु टाइटन्स के कोच थे।

उनके साथ प्रवीण मलिक को सहायक कोच बनाया गया है। सीज़न 12 की नीलामी में बंगाल वॉरियर्ज़ ने अपने टीम को पूरी तरह से नया रूप दिया, ताकि बीते कुछ सीज़नों की निराशाजनक परफॉर्मेंस को पीछे छोड़ा जा सके।

आइए देखें टीम की ताकत और कमज़ोरियों पर एक नज़र:

ताकत 

प्रो कबड्डी सीज़न 12 में वॉरियर्ज़ की सबसे बड़ी ताकत उनकी रेडिंग यूनिट हो सकती है। उन्होंने सीज़न 11 के शानदार रेडर देवांक दलाल को सीज़न 12 की नीलामी में 2.205 करोड़ रुपये की बड़ी कीमत पर अपनी टीम में शामिल किया।

ईरानी रेडर ओमिद खोजास्ते मोहम्मदशाह, और भारतीय रेडर सुशील कांबरेकर, विश्वास एस, मनप्रीत, पुनीत कुमार और रचित कुमार भी टीम की रेडिंग में अहम भूमिका निभाएंगे।

टीम ने कोरियन स्टार रेडर और “स्कॉर्पियन किक किंग” जंग कुन ली की वापसी कराई है और साथ ही हिमांशु को भी नीलामी में खरीदा है ताकि रेडिंग यूनिट को और मजबूती दी जा सके।

कमज़ोरियां

जहां तक कमज़ोरियों की बात है, अनुभवहीन डिफेंडर्स सीज़न 12 में टीम के लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं। वॉरियर्ज़ ने अपने स्टार डिफेंडर नितेश कुमार और मयूर जगन्नाथ कदम को एक-एक सीज़न के लिए फाइनल बिड मैच (FBM) के ज़रिए रिटेन किया है, लेकिन डिफेंस लाइन अनुभव के मामले में थोड़ी कमजोर नज़र आती है।

इसके अलावा, टीम में ऑलराउंडर्स की भी कमी है। फिलहाल टीम में केवल शिवांश ठाकुर और डेब्यू करने जा रहे मूलचंद्र सिंह दो ही ऑलराउंडर मौजूद हैं।

अवसर 

वॉरियर्ज़ के पास कई युवा खिलाड़ी हैं जो सीज़न 12 में प्रभावित करने की कोशिश करेंगे। सीज़न 11 में धमाकेदार प्रदर्शन करने वाले देवांक इस बार भी अपनी फॉर्म को जारी रखना चाहेंगे।

उन्होंने पिछले सीज़न में 25 मैचों में 301 रेड पॉइंट्स के साथ सबका ध्यान खींचा था। उनके साथ सुशील कांबरेकर होंगे, जिन्होंने पिछली बार शानदार शुरुआत की थी लेकिन चोट के कारण बीच में ही बाहर हो गए थे। वह इस बार वापसी करने की कोशिश करेंगे।

यश मलिक (लेफ्ट कॉर्नर), मंजीत (लेफ्ट कवर), दीप कुमार (राइट कवर), अमनदीप (राइट कॉर्नर), अंकित, संदीप (राइट कॉर्नर), हरेंद्र (राइट कॉर्नर), प्रतीक (लेफ्ट कवर) और आशीष (लेफ्ट कॉर्नर) जैसे युवा और हुनरमंद डिफेंडर्स नितेश कुमार और मयूर कदम जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ खेलेंगे।

ख़तरे 

जैसा कि पहले बताया गया, अनुभवहीन डिफेंस और क्वालिटी ऑलराउंडर्स की कमी टीम के लिए प्लेऑफ़ की राह में बाधा बन सकती है।

टीम की संरचना को देखते हुए, बंगाल वॉरियर्ज़ को देवांक जैसे कुछ खिलाड़ियों पर बहुत अधिक निर्भर रहना पड़ सकता है, जो टीम के लिए जोखिम बन सकता है। अगर किसी कारणवश देवांक अनुपलब्ध हो जाते हैं, तो टीम के प्लेऑफ़ में पहुंचने की संभावनाएं काफी हद तक प्रभावित हो सकती हैं।

ये भी पढ़ें : हाई 5 से बनाई पहचान, अब सीज़न 12 में वापसी को तैयार नितेश

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here