चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और तीनों सेनाध्यक्ष बुधवार को राष्ट्रपति भवन पहुंचे। यहां सीडीएस और तीनों सेनाध्यक्षों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति के साथ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़ी जानकारी साझा हुई।
बताते चले कि, राष्ट्रपति तीनों सेनाओं आर्मी, नेवी और एयरफोर्स की सुप्रीम कमांडर हैं। इस मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिक्रिया को सफल बनाने में सशस्त्र बलों के साहस और समर्पण की सराहना की। राष्ट्रपति ने सैन्य बलों के इस अभियान को एक गौरवपूर्ण उपलब्धि बताया है।
General Anil Chauhan, Chief of Defence Staff, along with General Upendra Dwivedi, Chief of the Army Staff, Air Chief Marshal A. P. Singh, Chief of the Air Staff, and Admiral Dinesh K. Tripathi, Chief of the Naval Staff, called on President Droupadi Murmu and briefed her about… pic.twitter.com/ZU3GcK5Vux
— President of India (@rashtrapatibhvn) May 14, 2025
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी व नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ऑपरेशन सिंदूर के अनुभव बताए व इससे विस्तृत जुड़ी जानकारी दी।
22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या की थी। इसके बाद भारतीय सेनाओं ने आतंकवादियों के खात्मे के लिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर हमले किए गए।
सेना के अनुसार, इन हमलों में सौ से अधिक आतंकवादी मारे गए। सेना द्वारा किए गए इस ऑपरेशन की जानकारी राष्ट्रपति को दी गई है। भारतीय सेना ने केवल आतंकवादियों और आतंकवादी ठिकानों को अपना निशाना बनाया था। इस दौरान पाकिस्तान के किसी भी सैन्य या नागरिक ठिकाने पर हमले नहीं किए गए।
लेकिन पाकिस्तान आतंकवादियों के समर्थन में खड़ा हुआ और पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सैन्य और नागरिक ठिकानों को टारगेट करने की कोशिश की।
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हालांकि भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान के सभी हमलों को विफल कर दिया। इतना ही नहीं भारतीय सेना के जवाबी हमले में पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान उठाना पड़ा, उसकी एयर डिफेंस प्रणाली को भारतीय सेनाओं ने ध्वस्त कर दिया। पाकिस्तानी सेना अपने कई एयरबेस की भी रक्षा नहीं कर सकी।
माना जा रहा है कि सैन्य ऑपरेशन से जुड़ी अब इन सभी कार्रवाइयों की पूरी जानकारी राष्ट्रपति को दी गई है। इससे पहले मंगलवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की थी। यह मुलाकात नई दिल्ली स्थित उपराष्ट्रपति एनक्लेव में हुई थी।
The Chief of Defence Staff, General Anil Chauhan called on Hon'ble Vice-President, Shri Jagdeep Dhankhar at Vice-President's Enclave today. @SpokespersonMoD @adgpi @IAF_MCC @indiannavy pic.twitter.com/Y9oV0rxddt
— Vice-President of India (@VPIndia) May 13, 2025