टोक्यो/नई दिल्ली : भारत के चेतेन हनमंत सापकाल ने 25 मीटर रैपिड फ़ायर पिस्टल इवेंट के फ़ाइनल में छठा स्थान हासिल करते हुए टोक्यो में खत्म हुए 25वें समर डेफ्लिंपिक्स में भारतीय शूटिंग दल के शानदार अभियान पर विराम लगाया।
चेतेन ने 564-5x के स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर रहते हुए फ़ाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन छह खिलाड़ियों के फ़ाइनल में वह आठ अंकों के साथ पहले बाहर हुए। दक्षिण कोरिया के से उंगह्वाली ने स्वर्ण, उनके साथी ताएयंगकिम ने कांस्य और यूक्रेन के से रही ओहोरोडनिक ने रजत जीता।
टोक्यो में भारतीय निशानेबाज़ों का दबदबा साफ नज़र आया। 10 दिनों की प्रतियोगिता में शूटिंग के कुल 39 पदकों में से 16 पदक भारत ने अपने नाम किए—जिनमें सात स्वर्ण, छह रजत और तीन कांस्य शामिल रहे। रायफल निशानेबाज़ महित संधू भारत के सबसे सफल खिलाड़ी रहे, जिन्होंने दो स्वर्ण और दो रजत सहित चार पदक जीते।
उनके बाद पिस्टल शूटर अभिनव देशवाल ने दो स्वर्ण और प्रांजली प्रशांत धुमाल ने एक स्वर्ण व एक रजत जीता। धनुष श्रीकांत ने 10 मीटर एयर रायफल व्यक्तिगत और मिक्स्ड टीम दोनों में दो स्वर्ण हासिल किए, जबकि मोहम्मद मुर्तज़ा वानिया ने एक रजत और एक कांस्य तथा कोमल मिलिंदवा घमारे ने दो कांस्य अपने नाम किए।
अनुया प्रसाद ने 10 मीटर एयर पिस्टल महिलाओं में स्वर्ण जीता, वहीं शौर्य सैनी ने 50 मीटर थ्री पोज़िशन्स में रजत और कुषाग्र सिंह राजावत ने 50 मीटर रायफलप्रोन में कांस्य हासिल किया।
पिछले डेफ्लिंपिक्स (24वें समर डेफ्लिंपिक्स, कैक्सियासडोसुल, ब्राज़ील) में भारत ने शूटिंग में कुल पाँच पदक—तीन स्वर्ण और दो कांस्य—जीते थे। इस बार भारतीय दल ने उस प्रदर्शन को कहीं आगे बढ़ाते हुए ऐतिहासिक सफलता दर्ज की।
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