पुणे : भारत की पहली प्रोफेशनल प्रो स्टेज एलीट मेन साइक्लिंग रेस (UCI 2.2) — इस अंतरराष्ट्रीय साइक्लिंग इवेंट का आधिकारिक चिन्ह और शुभंकर आज नागरिकों की उपस्थिति में अनावरण किया गया। इसके साथ ही “पुणे ग्रैंड टूर 2026” — भारत की पहली वैश्विक स्तर की साइक्लिंग प्रतियोगिता की भी घोषणा की गई।
पुणे ग्रैंड टूर को 2028 में होने वाले ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के लिए क्वालीफाइंग रेस के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है। इस प्रतियोगिता के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय साइकिलिस्टों को 19 से 23 जनवरी 2026 के बीच आयोजित पांच दिवसीय, बहु-चरणीय रेस में हिस्सा लेकर मूल्यवान रेस पॉइंट्स अर्जित करने का अवसर मिलेगा।
भारत में पहली बार होने वाली UCI 2.2 मल्टी-स्टेज रेस के प्रतीक व शुभंकर का अनावरण
इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री और पुणे के पालकमंत्री अजित पवार, साइक्लिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (CFI), खेल एवं युवा कल्याण विभाग और पुणे जिला प्रशासन के प्रतिनिधि उपस्थित थे। सभी ने महाराष्ट्र और भारत में साइक्लिंग क्रांति लाने का संकल्प व्यक्त किया।
UCI के वार्षिक कैलेंडर में ‘एलीट इवेंट’ के रूप में वर्गीकृत पुणे ग्रैंड टूर भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है — जब देश पहली बार वैश्विक साइक्लिंग मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा। यह प्रतियोगिता 437 किलोमीटर के मार्ग पर आधारित है, जो पुणे जिले के शहरी क्षेत्र, पहाड़ी इलाकों और ग्रामीण सड़कों का अनोखा संगम पेश करेगी।
2028 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के लिए क्वालीफाइंग रेस के रूप में मिली मान्यता
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “भारत की पहली UCI 2.2 अंतरराष्ट्रीय साइक्लिंग रेस का आयोजन पुणे में होना हमारे लिए गर्व का विषय है। यह केवल एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि महाराष्ट्र की खेल दृष्टि का प्रतीक है। हमारा उद्देश्य खेलों के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा तैयार करना और साइक्लिंग जैसे खेलों को नई ऊर्जा देना है।
इससे भारत के युवा साइक्लिस्टों को प्रोत्साहन मिलेगा और नए राष्ट्रीय खिलाड़ी उभरेंगे।” उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा, “साइक्लिंग केवल एक खेल नहीं, बल्कि एक वैश्विक आंदोलन है। अब तक भारत इस वैश्विक समुदाय का हिस्सा नहीं बना था। इसलिए आज का दिन केवल पुणे ही नहीं, बल्कि पूरे महाराष्ट्र और भारत के लिए ऐतिहासिक है।
आज हमने विश्व साइक्लिंग समुदाय का हिस्सा बनने की दिशा में पहला कदम बढ़ाया है।” भारत दुनिया का सबसे युवा देश है और एक आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है। ऐसे समय में अपनी खेल क्षमता को प्रदर्शित करना अत्यंत आवश्यक है।
पुणे के जिलाधिकारी और पुणे ग्रैंड टूर के प्रभारी जितेंद्र डुडी ने कहा, “पुणे ग्रैंड टूर के माध्यम से भारत वैश्विक साइक्लिंग मंच पर एक साहसिक कदम रख रहा है।
हमारा उद्देश्य भारतीय युवाओं को प्रोफेशनल साइक्लिंग की ओर आकर्षित करना और इस खेल को देश में नई ऊंचाइयों पर ले जाना है। हम ऐसी परंपरा बनाना चाहते हैं जहां साइक्लिंग को केवल मनोरंजन के रूप में नहीं, बल्कि वैश्विक खेल उत्कृष्टता के मार्ग के रूप में देखा जाए।”
भारत में साइक्लिंग के प्रति बढ़ती रुचि और देश की समृद्ध खेल परंपरा को देखते हुए, पुणे ग्रैंड टूर का लक्ष्य है कि वह विश्व की शीर्ष साइक्लिंग प्रतियोगिताओं में अपनी जगह बनाए। यह आयोजन भारतीय साइक्लिंग क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करेगा, जिसका लाभ केवल प्रोफेशनल खिलाड़ियों को ही नहीं बल्कि दर्शकों को भी मिलेगा।
पुणे ग्रैंड टूर के आगमन के साथ भारत साइक्लिंग में एक नया अध्याय लिखने जा रहा है। यह न केवल साइक्लिंग संस्कृति को बढ़ावा देगा, बल्कि इस क्षेत्र में निवेश, नवाचार और नई ऊर्जा लाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
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