जिलों में लोकप्रिय खेल की वहां बढ़ाई जाएं सुविधा : नवनीत सहगल

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सभी खेल संघों को अपना एक एक्सीलेंस सेंटर स्थापित करना चाहिए। इन सेंटरों में खिलाड़ियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध दी जाए ताकि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने के लिए अपने आपको बेहतर तरीक से तैयार कर सके।

यह बाद शनिवार को अपर मुख्य सचिव खेल नवनीत सहगल,ने प्रदेश के खेल संघों के साथ केडी सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित एक बैठक के दौरान कही। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जिस जिले में जो खेल लोकप्रिय है, वहां उस खेल की सुविधा बढ़ाई जाये ताकि अधिक बच्चे खेलों से जुड़ सके।

अपर मुख्य सचिव खेल ने प्रदेश के खेल संघों के साथ की बैठक

इसके साथ ही एक महत्वपूर्ण कदम के तौर पर ये भी तय किया गया कि प्रदेश का नाम रोशन करने वाले उत्कृष्ट खिलाड़ियों को खेल विभाग की ओर से उपकरण खरीद कर उउपलब्ध कराये जाएंगे ताकि महंगे उपकरणों को खरीदने में असमर्थ खिलाड़ियों का खेल से नाता न छूटे।

इसी के साथ खेल विभाग के अधीन स्टेडियमों व क्रीड़ा संकुलों की बुकिंग की शर्तों में भी बदलाव हुआ यानि अब इन स्टेडियमों को  प्रतियोगिताओं को बुक कराने के लिए खेल संघ के पदाधिकारियों से अनुमति लेनी होगी यानि कोई भी व्यक्ति या संस्था मनमाफिक बुकिंग नहीं करा सकेंगे।

उत्कृष्ट खिलाड़ियों को खेल विभाग ट्रेनिंग के लिए उपलब्ध कराएगा उपकरण 

अपर मुख्य सचिव खेल नवनीत सहगल ने ये भी बताया कि खेल संघ और खेल विभाग के सौजन्य से आयोजित खेल प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों से कोई भी प्रवेश शुल्क नहीं लिया जायेगा। इसी के साथ ये भी फैसला लिया गया कि राज्य चैंपियनशिप में पहले तीन स्थान पाने वाले खिलाड़ियों को खेल विभाग उपकरण खरीद कर देगा।

बैठक में खेल संघ के पदाधिकारियों को एकलव्य क्रीड़ा कोष नियमावली और उत्तर प्रदेश खेल नीति का ड्राफ्ट उपलब्ध कराया गया।  इस ड्राफ्ट को पढ़ कर अपनी राय 15 दिन के अंदर खेल विभाग को बतानी होगी। इसके बाद खेल मंत्री की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में इन मतों पर विचार होगा और आगे की कार्यवाही की रणनीति बनेगी।

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इसी के साथ अपर मुख्य सचिव खेल नवनीत सहगल ने कहा कि खेल संघ के पदाधिकारी अच्छे खिलाड़ियों को एकलव्य क्रीड़ा कोष से आर्थिक सहायता उपलब्ध कराये। इससे खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण मिलेगा। इसके लिए आवेदन भी मांगे गए हैं।

इसी के साथ ये भी तय किया गया कि हर तीन माह के अंतराल पर खेल विभाग और खेल संघ की एक बैठक होगी। इसके चलते अगली बैठक अब दिसंबर में होगी।

इस अवसर पर खेल  निदेशक खेल डॉ. आरपी सिंह ने कहा कि सभी खेल संघ अपने खेलों में सब जूनियर, जूनियर और सीनियर वर्ग में आयोजित प्रतियोगिताओं में विजेताओं के नाम उपलब्ध कराये। यदि विजेता उत्तर प्रदेश के हैं तो उन्हें उनकी प्राइजमनी समय से उपलब्ध कराई जा सके।

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