लखनऊ। लोक संस्कृति शोध संस्थान द्वारा चलाये जा रहे नौ दिवसीय फागोत्सव की श्रृंखला में रविवार को विधायक डा.नीरज बोरा के आवास पर होली संगीत बैठकी की महफिल सजी। बैसवारे के पारम्परिक फाग के साथ ही विविध प्रकार के होली गीतों व नृत्य की प्रस्तुतियों ने सबका मन मोह लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत पद्मश्री डा. विद्याविन्दु सिंह ने होलिकोत्सव की परम्परा को भारतीय लोक संस्कृति की अनमोल विरासत बताते हुए जड़ों से जोड़ने वाला बताया। भातखंडे संगीत संस्थान अभिमत विश्वविद्यालय की कुलपति व उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष रह चुकीं वरिष्ठ कथक नृत्यांगना डा. पूर्णिमा पाण्डेय, लोक संस्कृति मर्मज्ञ डा. रामबहादुर मिश्र, वरिष्ठ साहित्यकार डा. करुणा पाण्डे, समाजसेवी राजेश राय, राजनारायण वर्मा, सेवानिवृत्त आयकर अधिकारी डा. अनिल पांडे, स्टोरीमैन जीतेश श्रीवास्तव, रमा सिंह, आभा शुक्ला, मंजू चक्रवर्ती की गौरवमयी उपस्थिति में वरिष्ठ लोक गायिका अरुणा उपाध्याय, शारदा पाण्डेय, यामिनी पाण्डेय, डा. भक्ति शुक्ला, रीता पाण्डेय, रिंकी सिंह, चित्रा जायसवाल, भजन गायक गौरव गुप्ता, शशांक, सत्यप्रकाश साहू, नीलम वर्मा, अर्चना अग्रवाल आदि ने होली गीतों की धूम मचायी। बाल नृत्यांगना स्वरा त्रिपाठी, वैष्णवी यादव तथा युगल नृत्य कलाकार ईशा-मीशा ने मनोहर नृत्य प्रस्तुति दी।
विधायक डा. नीरज बोरा ने किया हुरियारों का स्वागत
पारम्परिक लोक वाद्यों के साथ रायबरेली से आये वरिष्ठ लोक कलाकार रामरथ पाण्डेय ने अपने साथी कलाकारों राकेश पाण्डेय, राजेश पांडेय, रामभरोसे व रामदेव के साथ बैसवारे के फाग की झलक दिखलायी। इसके पूर्व विधायक डा. नीरज बोरा, समाजसेविका बिन्दु बोरा एवं वत्सल बोरा ने हुरियारों का अबीर-गुलाल लगाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में आशुतोष गुप्ता, पं. दीनदयाल तिवारी, होमेन्द्र मिश्रा, निशाकान्त द्विवेदी, टी.टी.सुनील, गगन शर्मा समेत सैकड़ो लोग मौजूद रहे।
लुप्त होती गायन परम्परा को सहेजने का प्रयास
लोक संस्कृति शोध संस्थान की सचिव सुधा द्विवेदी ने बताया कि फागोत्सव की श्रृंखला में आगामी होली बैठकी 23 मार्च को इन्दिरा नगर स्थित ईश्वरधाम मन्दिर तथा 24 मार्च को पूर्व सांसद कुसुम राय के माल एवेन्यू स्थित आवास पर होगी।
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