नई दिल्ली : श्यामकेंट, कज़ाख़स्तान में जारी 16वीं एशियाई निशानेबाज़ी चैम्पियनशिप (राइफल/पिस्टल/शॉटगन) के चौथे दिन भारतीय किशोर निशानेबाज़ों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए व्यक्तिगत और टीम स्पर्धाओं में भारत के लिए पाँच में से चार स्वर्ण पदक जीतकर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा।
इस प्रदर्शन से भारत का कुल पदक आंकड़ा बढ़कर 26 पदक हो गया, जिसमें 14 स्वर्ण, 6 रजत और 6 कांस्य शामिल हैं, जिससे भारत तालिका में शीर्ष पर मजबूती से बना हुआ है।
16वीं एशियाई निशानेबाज़ी चैम्पियनशिप
इससे पहले, सीनियर पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में भारत के तीनों निशानेबाज़ों ने शानदार क्वालिफिकेशन राउंड खेले और भारत को एक और टीम स्वर्ण दिलाया। हालांकि, रुद्रांक्श पाटिल और अर्जुन बाबूता व्यक्तिगत फाइनल में पदक नहीं जीत सके और क्रमशः चौथे और पाँचवें स्थान पर रहे।
रुद्रांक्श फाइनल के दौरान अधिकांश समय पदक की दौड़ में बने रहे, लेकिन 24 शॉट्स के फाइनल में 20वें शॉट के बाद 207.6 के स्कोर पर बाहर हो गए। अर्जुन दो शॉट पहले 185.8 के स्कोर के साथ बाहर हुए।
स्थानीय खिलाड़ी इस्लाम सतपायेव (कज़ाख़स्तान) ने स्वर्ण जीता, लू डिंगके (चीन) ने रजत और पार्क हेजून (कोरिया) ने कांस्य पदक जीता।
जूनियर पुरुष 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में, “अनुभवी” जूनियर अभिनव शॉ ने भारत के लिए स्वर्ण पदकों की शुरुआत की। उन्होंने नरन प्रणव (631.1 – तीसरे स्थान पर) और हिमांशु (630.9 – चौथे स्थान पर) के साथ मिलकर 628.1 का व्यक्तिगत स्कोर और कुल 1890.1 का टीम स्कोर किया,
जो कि एशियाई और विश्व जूनियर रिकॉर्ड होने के साथ-साथ भारत के लिए टीम स्वर्ण पदक भी लाया। इसके बाद अभिनव ने एक रोमांचक फाइनल खेला।
जूनियर पुरुष टीम ने बनाया एशियाई व विश्व रिकॉर्ड
पहले पांच शॉट्स के बाद वह पाँचवें स्थान पर थे, लेकिन दूसरे सीरीज़ के बाद बढ़त बना ली। अंतिम चरणों में कोरिया के ली ह्यूनसियो के साथ कड़ी टक्कर देखने को मिली, जो उनसे दो साल बड़े थे। 17वें और 18वें शॉट पर दो हाई 9 आने के बावजूद अभिनव ने ज़बरदस्त संयम दिखाया और अंतिम छह शॉट्स में 10.4 से नीचे नहीं गए।
21वाँ शॉट 10.9 के साथ उन्होंने 0.1 अंकों से स्वर्ण जीत लिया। जूनियर महिला स्कीट में बारी थी मानसी रघुवंशी की, जिन्होंने फाइनल में 60 में से 53 टारगेट हिट कर स्वर्ण पदक जीता। साथी निशानेबाज़ यशस्वी राठौर ने 52 स्कोर के साथ रजत, जबकि कज़ाख़स्तान की लिदिया बाशारोवा ने कांस्य पदक जीता।
यहाँ भी मानसी ने अंत में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए अपने आखिरी 10 में से सभी टारगेट हिट किए, जबकि यशस्वी ने दो टारगेट चूककर रजत पर संतोष किया।
अग्रिमा कंवर, जो तीसरी भारतीय थीं, भी फाइनल में पहुँचीं और छठे स्थान पर रहीं। जूनियर पुरुष स्कीट स्पर्धा में, हरमेहर सिंह लल्ली (क्वालिफिकेशन में 115 अंक, तीसरा स्थान) और ज्योतिरेदित्य सिंह सिसोदिया (110 अंक, पाँचवाँ स्थान) ने फाइनल में क्रमशः रजत (52) और कांस्य (43) पदक जीते।
कज़ाख़स्तान के आर्ट्योम सेडेलनिकोव ने 53 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता। हालांकि, हरमेहर और ज्योतिरेदित्य को दिन का स्वर्ण भी मिला,
जब उन्होंने अतुल सिंह राजावत (107) के साथ मिलकर टीम स्कोर 338 हासिल किया और जूनियर पुरुष स्कीट टीम स्वर्ण पदक जीता। यह स्कोर कज़ाख़स्तान की टीम से चार अंक अधिक रहा, जिन्होंने रजत पदक हासिल किया।
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