लखनऊ। लखनऊ से बॉलीवुड पहुंचने वाले आशीष चतुर्वेदी ने ‘बड़े भैया की दुल्हनिया’, ‘तेनालीराम’, ‘चंद्रगुप्त मौर्य’, ‘लव कुश’ सहित मलाला यूसुफजई की बायोपिक ‘गुल मकई’ में काम किया है। इन दिनों वे ‘कलर्स’ पर प्रसारित हो रहे एकता कपूर के शो ‘मोलकी-2 रिश्तों की अग्निपरीक्षा’ में विकास का निगेटिव किरदार निभाकर चर्चा में हैं।
अभिनेता आशीष चतुर्वेदी ने साझा की अपनी अभिनय यात्रा
लखनऊ के आशीष चतुर्वेदी ने अपने अभिनय की आगामी यात्रा को साझा किया। हजरतगंज पार्क रोड स्थित रामाकृष्ण गेस्ट हाऊस में हुई प्रेसवार्ता में वह मीडिया से मुखातिब हुए। अभिनेता आशीष चतुर्वेदी ने कहा कि मेरे पास कोई फिल्मी बैकग्राउंड नहीं था। न तो मुझे कोई गाइड करने वाला था, न बताने वाला।
लखनऊ अब बड़ा शहर हो गया है, लेकिन जब हम निकले थे, तब इतनी सुविधाएं नहीं थीं। आज लखनऊ में चर्चित फिल्मों की शूटिंग हो रही है। मुंबई में मेरे लिए चुनौतियां ज्यादा थीं। कैसे एप्रोच करूं, किसे करुं, कहां रहूं। मैं लकी रहा कि एक्टिंग में डिप्लोमा करने के बाद पहला जी का शो मिल गया था।
लखनऊ से निकलकर मुंबई में पैर जमाया
उसमें एनएसडी से निकली कई शख्सियतें थीं। उसके बाद भी चुनौतियां थीं। ध्येय था फिल्में करना है। जी चैनल में काम के दौरान कई आफर आए लेकिन मैंने एक समय में एक ही काम किया। एकता कपूर के शो मोलकी के बाद अब कलर्स पर सुहागन कर रहा हूं। यूपी बेस्ट बिंदिया सीरियल में काम कर रहा हूं।
अग्निपरीक्षा सीरियल में काम किया। सुहागन बिंदिया और पायल दो बच्चियों की कहानी है। इसमें इनके पिता का रोल कर रहा हूं। उनके मामा उनके खेत और संपत्ति पर होती है। बच्चियों के बाबा उनका मार्गदर्शन करतें हैं। कैसे वो मुसीबतों से निकलतीं हैं। ऐसे ही घटनाक्रम पर आधारित है सुहागन।
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लखनऊ के लोकमान्य गंज मोहल्ले में रहने वाले आशीष ने लखनऊ के बारे में कहते हैं कि लखनऊ की शामें, केडी सिंह बाबू स्टेडियम में क्रिकेट प्रेक्टिस और फिर राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन करना। यहां की गलियां सब कुछ मुंबई में भी मेरे दिल में हरदम रहता है।
फिल्म नगरी के संघर्ष के बारे में आशीष कहते हैं कि बहुत से लड़के आते हैं, जिन्हें मदद करता हूं। गाइड करता हूं। अपने खलनायक के किरदारों के जरिए चर्चा में आने पर आशीष चतुर्वेदी ने कहा कि जनता समझदार है, जानती है कि यह किरदार है। लेकिन फिर भी मुझे लोगों को किरदार और वास्तविकता के बारे में बताना पड़ता हूं।
अगले प्रोजेक्ट के बारे में बताते हैं कि अच्छे अनुभव रहे हैं। अच्छे बड़े काम की तलाश में हूं। आगे कुछ महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट हैं। जो जल्द सामने होंगे। अभी एकता कपूर के साथ मोलकी रिश्तों की अग्नि परीक्षा, सुहागन आदि के बाद आगे कई काम हैं। जब कई काम आता है तो व्यक्ति थोड़ा चूजी भी हो जाता है।
विभिन्न कैरेक्टर्स जीना होती है चुनौती
मैं बचपन से क्लीयर रहा कि मुझे क्या करना है। एक एक्टर ही ऐसा है जो विभिन्न किरदार जीता है। मेरी सबसे अच्छी जिंदगी कैमरा के सामने होती है। मुझे सबसे ज्यादा ऊर्जा मिलती है, जब कैमरे के सामने होता हूं।
एक्शन और कट के बीच रहना सबसे अच्छी फीलिंग होती है। पिछले चार-पांच वर्षों में मैंने जो भी रोल किए। वो अलग-अलग कैरेक्टर्स थे। अलग-अलग कैरेक्टर्स को जीना चुनौती होती है।