लखनऊ। एएमसी की 258वीं वर्षगांठ के अवसर पर एएमसी सेंटर एवं कॉलेज, लखनऊ के सेनानायक, प्रभारी अधिकारी (ओआईसी) एएमसी अभिलेख और एएमसी के कर्नल कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल संदीप मुखर्जी तथा मध्य कमान के मेजर जनरल (मेडिकल) मेजर जनरल अरिंदम चटर्जी रविवार को एएमसी सेंटर और कॉलेज के युद्ध स्मारक श्रद्धांजलि पहुंचे।
उन्होंने वहां माल्यार्पण कर सेना चिकित्सा कोर के बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने अपनी ड्यूटी में सर्वोच्च बलिदान दिया था।
इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल मुखर्जी ने लखनऊ के एएमसी सेंटर एवं कॉलेज की एडम ब्रांच में नायक दीपक, वीर चक्र और (गलवान हीरो) परेड ग्राउंड का भी उद्घाटन किया। समारोह के दौरान जनरल ऑफिसर ने एएमसी न्यूजलेटर का भी विमोचन किया।
समारोह में लखनऊ स्टेशन से सेना चिकित्सा कोर के अधिकारी, मिलिट्री नर्सिंग अधिकारी, जूनियर कमीशंड अधिकारी, जवान बड़ी संख्या में मौजूद थे। इससे पहले, एक अप्रैल को एक विशेष सैनिक सम्मेलन आयोजित किया गया जहां एएमसी सेंटर एवं कॉलेज के सेनानायक लेफ्टिनेंट जनरल संदीप मुखर्जी ने सम्मेलन को संबोधित किया।
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अपने संबोधन में लेफ्टिनेंट जनरल मुखर्जी ने सैनिकों को उनकी ओर से कोविड-19 के दौरान किये गये अथक प्रयासों के लिए बधाई दी और उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के परिस्थितियों से सीख लेते हुए आने वाले दिनों में सेना चिकित्सा कोर के साथ-साथ सशस्त्र बल में बड़ी संख्या में बदलाव देखेंगे।
सैनिक सम्मेलन के दौरान जनरल ऑफिसर ने कोर में योगदान के लिए 9 सैन्य कर्मियों और 9 असैन्य कर्मियों को भी सम्मानित किया। एएमसी सेंटर और कॉलेज लखनऊ के नंबर 1 तकनीकी प्रशिक्षण विंग (1टीटी विंग) को सर्वश्रेष्ठ यूनिट ट्रॉफी प्रदान की गई।