नई दिल्ली: भारतीय मुक्केबाज निकहत जरीन, परवीन और मनीषा ने सोमवार को इस्तांबुल में अपने-अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबलों में शानदार जीत दर्ज करने के बाद आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 12वें संस्करण के सेमीफाइनल में पहुंचकर देश के लिए कम से कम तीन कांस्य पदक पक्का कर लिया है।
12वीं आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप
सेमीफाइनल में जगह बनाने के साथ अपने पहले विश्व चैंपियनशिप पदक की पुष्टि करने के लिए निकहत ने इंग्लैंड की चार्ली-सियान टेलर डेविसन के खिलाफ 5-0 से शानदार जीत हासिल की जबकि मनीषा ने 57 किग्रा भार वर्ग के क्वार्टर फाइनल में मंगोलिया की नामुन मोनखोर को 4-1 के अंतर से हराया।
तेलंगाना की 25 वर्षीय मुक्केबाज निकहत ने एक बार फिर अपना तकनीकी वर्चस्व दिखाते हुए इस साल के टूर्नामेंट में 52 किग्रा भार वर्ग के क्वार्टर फाइनल में प्रभावशाली जीत के साथ देश को पहला पदक दिलाया। निकहत के आक्रामक इरादे और साफ-सुथरे हमले ने डेविसन के लिए कोई मौका नहीं छोड़ा।
पूरे मुकाबले के दौरान भारतीय खिलाड़ी नियंत्रण में दिखीं। सेमीफाइनल में निकहत का सामना ब्राजील की कैरोलिन डी अल्मेडा से होगा। डी अल्मेडा ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों की रजत पदक विजेता आयरलैंड की कार्ली मैकनौल को एकतरफा अंदाज में हराया।
इसी तरह मनीषा का सामना इटली की इरमा टेस्टा से होगा, जिन्होंने एक अन्य क्वार्टर फाइनल में उज्बेकिस्तान की सितोरा तुर्दीबेकोवा को 4-1 से हराया। बाद में परवीन ने भी 63 किग्रा भार वर्ग में ताजिकिस्तान की शोइरा ज़ुल्केनारोवा को 5-0 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया और भारत की झोली में तीसरा पदक जोड़ा।
सेमीफाइनल में परवीन का सामना आयरलैंड की एमी ब्रॉडहर्स्ट से होगा। हालांकि, देश की चार मुक्केबाजों-नीतू (48 किग्रा), पूजा रानी (81 किग्रा), अनामिका (50 किग्रा) और जैस्मीन (60 किग्रा) के लिए सोमवार का दिन दिल तोड़ने वाला रहा। इन चारों को अपने-अपने अंतिम-8 दौर के मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा।
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दो बार की एशियाई चैंपियन पूजा को ऑस्ट्रेलिया की जेसिका बागले के खिलाफ 2-3 से हार का सामना करना पड़ा जबकि पहली बार विश्व चैम्पियनशिप में खेल रहीं नीतू और अनामिका को भी क्रमशः 2-3 और 0-5 से हार मिली।
नीतू को मौजूदा एशियाई चैम्पियन कजाकिस्तान की चैंपियन अलुआ बाल्किबेकोवा ने हराया जबकि अनामिका को रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया ने हराया। जैस्मिन भी विश्व चैंपियनशिप की पूर्व कांस्य पदक विजेता अमेरिका की रशीदा एलिस से 1-4 से हार गईं।
आज रात बाद में, नंदिनी (+81 किग्रा) भी इस प्रतिष्ठित वैश्किव टूर्नामेंट में पदक हासिल करने की कोशिश करेंगी। इस इवेंट में 73 देशों के 310 मुक्केबाज हिस्सा ले रही हैं। इस इवेंट के सेमीफाइनल मुकाबले बुधवार को होंगे जबकि फाइनल गुरुवार और शुक्रवार को खेले जाएंगे।
आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप का पिछला संस्करण 2019 में रूस में आयोजित किया गया था। उस समय भारतीय मुक्केबाजों ने एक रजत और तीन कांस्य पदक जीते थे।
भारतीय खिलाड़ियों ने इस प्रतिष्ठित वैश्विक आयोजन के 11 संस्करणों में अब तक नौ स्वर्ण, आठ रजत और 19 कांस्य सहित 36 पदक हासिल किए हैं। रूस (60) और चीन (50) के बाद के नाम सबसे अधिक पदक हैं।