पुणे : प्रो कबड्डी लीग सीज़न 10 की चैंपियन पुणेरी पलटन एक बार फिर PKL खिताब अपने नाम करने के लिए तैयार है, जब सीज़न 12 की शुरुआत 29 अगस्त से होगी। पुणेरी पलटन लीग की सबसे स्थिर टीमों में से एक रही है, जिन्होंने 11 में से 6 सीज़न में प्लेऑफ़ में जगह बनाई है।
हालांकि, पिछले सीज़न में टीम केवल 9 जीत के साथ 22 मुकाबलों में आठवें स्थान पर रही। सीज़न 12 से पहले, पुणेरी पलटन ने भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान अजय ठाकुर को अपना मुख्य कोच नियुक्त किया। 39 वर्षीय अजय ठाकुर को पिछले सीज़न में सहायक कोच बनाया गया था, और अब उन्हें पदोन्नत कर हेड कोच बनाया गया है।
जानिए पुणेरी पलटन की ताकत, कमज़ोरियां, अवसर और खतरे
कबड्डी के इतिहास के महानतम खिलाड़ियों में गिने जाने वाले अजय ठाकुर 2014 एशियाई खेलों और 2016 कबड्डी विश्व कप में भारत को स्वर्ण पदक दिलाने वाली टीम का हिस्सा रहे हैं।
उन्हें 2019 में पद्म श्री और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। PKL के पहले सात सीज़न में खिलाड़ी के रूप में भाग लेने वाले अजय ने 121 मैचों में कुल 816 अंक (794 रेड पॉइंट्स और 22 टैकल पॉइंट्स) के साथ शानदार करियर समाप्त किया।
वहीं, पुणेरी पलटन ने इस सीज़न के लिए अशोक शिंदे को हेड स्ट्रैटेजिस्ट नियुक्त किया है। वह पिछले सीज़न में मध्य में कोच बीसी रमेश के इस्तीफे के बाद अंतरिम मुख्य कोच बने थे।
पिछले सीज़न में प्लेऑफ़ से बाहर होने के बावजूद, पुणेरी पलटन ने अपने अधिकांश खिलाड़ियों को बनाए रखने का निर्णय लिया। इसके अलावा, सीज़न 12 की नीलामी में उन्होंने 5 करोड़ रुपये में आठ नए खिलाड़ी खरीदे हैं ताकि एक मज़बूत टीम तैयार की जा सके।
ताकत
पुणेरी पलटन की सबसे बड़ी ताकत उनकी मज़बूत रेडिंग यूनिट है। सीज़न 12 की नीलामी से पहले उन्होंने अपने मुख्य रेडर पंकज मोहिते को बरकरार रखा, जिन्होंने पिछले सीज़न में 22 मैचों में 110 रेड पॉइंट्स अर्जित किए थे।
इसके अलावा, उन्होंने अनुभवी रेडर मोहित गोयत (19 मैचों में 83 रेड पॉइंट्स) और कप्तान असलम इनामदार को भी टीम में बनाए रखा। पिछले सीज़न में असलम की चोट (घुटने की चोट) के बाद टीम की लय बिगड़ गई थी, इसलिए उनकी वापसी महत्वपूर्ण है।
नीलामी में पुणेरी पलटन ने स्टार रेडर सचिन तंवर को ₹1.058 करोड़ में खरीदा। सचिन के नाम PKL में 145 मैचों में 1,034 रेड पॉइंट्स हैं। इसके अलावा, टीम ने ईरानी रेडर मोहम्मद इस्माईल नबीबख्श (₹13 लाख), मिलाद मोहाजेर (₹13.50 लाख), और भारतीय रेडर स्टुअर्ट सिंह (₹13 लाख) को टीम में शामिल किया है।
कमज़ोरियां
पुणेरी पलटन की डिफेंस यूनिट थोड़ी कमज़ोर नज़र आती है। उन्होंने स्टार राइट कवर अबीनेश नडराजन को रिटेन तो किया, लेकिन उनके लिए कोई बैकअप नहीं लिया।
यदि वह चोटिल होते हैं या फॉर्म में नहीं रहते, तो टीम की डिफेंस पर असर पड़ सकता है। गौरव खत्री और विशाल भारद्वाज को छोड़कर टीम में अनुभवी डिफेंडर की कमी है।
विशाल 118 मैचों में 324 टैकल पॉइंट्स के साथ PKL में वापसी करेंगे, लेकिन वह सीज़न 11 की नीलामी में अनसोल्ड रहे थे, इसलिए उनके प्रदर्शन पर भी नज़र रहेगी। गौरव खत्री ने पिछले सीज़न में 21 मैचों में 61 टैकल पॉइंट्स हासिल किए थे।
अवसर
टीम में कई युवा खिलाड़ी हैं जो सीज़न 12 में अपनी छाप छोड़ सकते हैं। ऑलराउंडर मोहम्मद आमान को टीम ने FBM कार्ड का इस्तेमाल कर ₹35 लाख में दो साल के लिए रिटेन किया है।
वह लेफ्ट कॉर्नर की पोजिशन पर खेलते हैं और पिछले सीज़न में 14 मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया था। हेड कोच के रूप में अजय ठाकुर के पास भी यह बड़ा अवसर है कि वह टीम की उम्मीदों पर खरे उतरें। पिछले सीज़न में बतौर असिस्टेंट कोच उन्होंने कुछ मैचों में टीम से बेहतरीन प्रदर्शन कराया था।
खतरे
सबसे बड़ी चिंता कप्तान असलम इनामदार की फिटनेस है। वह घुटने की चोट (meniscus tear) के कारण सीज़न 11 में केवल 7 मैच ही खेल सके थे और फिर सर्जरी करानी पड़ी थी। उनके आंकड़े (70 मैचों में 480 रेड पॉइंट्स और 65 टैकल पॉइंट्स) शानदार हैं, लेकिन उनकी फिटनेस पूरे सीज़न की दिशा तय करेगी।
इसके अलावा, टीम राइट कवर में केवल अबीनेश पर निर्भर है, कोई अन्य विकल्प नहीं है। विशाल भारद्वाज भले ही अनुभवी हों, लेकिन पिछले कुछ सीज़न में उनका प्रदर्शन गिरा है। मोहम्मद आमान और राकेश जैसे खिलाड़ियों को लेफ्ट कॉर्नर से गौरव खत्री को समर्थन देना होगा।
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