डिजिटल दौर में गुम सा हो गया मैनुअल स्कोर बोर्ड संचालन का चलन

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फाइल फोटो : सभी फोटो-साभार राजकुमार 
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लखनऊ। हालांकि आज क्रिकेट मैचों में डिजिटल स्कोर बोर्ड का चलन है लेकिन एक समय ऐसा था जब इंटरनेशनल से लेकर नेशनल क्रिकेट मैचों में मैच देखने आए दर्शक मैनुअल स्कोर बोर्ड पर निर्भर रहते थे। इन स्कोर बोर्ड का संचालन पूर्व क्रिकेटर करते थे लेकिन कई लोगों के खेल के जुनून ने उन्हें मैनुअल स्कोर बोर्ड संचालक बना दिया।

आर्थिक संकट के शिकार है मैनुअल स्कोर बोर्ड संचालक राजकुमार
फाइल फोटो : सभी फोटो-साभार राजकुमार 
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ऐसे ही एक स्कोर बोर्ड संचालक है राजकुमार, जिन्होंने 1994 में अपने गांव से लखनऊ शहर में कदम रखा था। लखनऊ में उन्होंने केडी सिंह बाबू स्टेडियम में रहकर साइकिल स्टैंड से काम शुरू किया लेकिन फिर वो क्रिकेट से ऐसे जुड़े कि बोर्ड स्कोरिंग करने लगे।

हालांकि एक समय उनका जलवा पूरे लखनऊ में था लेकिन जब से मैनुअल बोर्ड स्कोरिंग बंद हुई तो उन्हें रोजगार के दूसरे साधनों का सहारा लेना पड़ा। वर्तमान में राजकुमार केडी सिंह बाबू स्टेडियम के गेट के पास बिस्किट, पानी वगैरह की एक छोटी सी दुकान चलाकर किसी तरह गुजारा कर रहे है।

भारत-श्रीलंका के बीच टी-20 मैच में नहीं मिला स्कोरिंग का अवसर
फाइल फोटो : सभी फोटो-साभार राजकुमार 
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वैसे लखनऊ में भारत और श्रीलंका के मध्य होने वाले पहले टी-20 मैच के बिना दर्शकों के होने के चलते उन्हें यहां बोर्ड स्कोरिंग का मौका नहीं मिल सका।

राजकुमार लखनऊ के इकाना अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में हुए अफगानिस्तान-वेस्टइंडीज टेस्ट, वनडे और टी-20 मैचों में मैनुअल स्कोर बोर्ड संचालन कर चुके है लेकिन इस बार ऐसा न हो पाने से राजकुमार थोड़े हताश है।

पूर्व में कई मैचों में कर चुके है स्कोरिंग, दिग्गज क्रिकेटरों ने सराहा
फाइल फोटो : सभी फोटो-साभार राजकुमार 
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हालांकि राजकुमार की बोर्ड स्कोर्रिंग के पुराने क्रिकेट प्रेमी खासे दीवाने है लेकिन भारत और श्रीलंका के बीच टी-20 में मौका न मिल पाने से निराश राजकुमार ने कुछ लोगों से सिफारिश भी लगाई कि शायद उन्हें भारत और श्रीलंका टी-20 मैच में मौका मिल जाये।

इन दिनों मुफलिसी में दिन गुजार रहे राजकुमार ने मैनुअल स्कोर बोर्ड संचालन की शुरुआत वर्ष 1996 में लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में हुए शीश महल क्रिकेट टूर्नामेंट के एक मैच में की थी। उनकी क्षमता को देखते हुए फिर उन्हें लखनऊ के विभिन्न मैदानों पर होने वाले क्रिकेट मैचों में स्कोर बोर्ड चलाने का जिम्मा मौका मिला था।

फाइल फोटो : सभी फोटो-साभार राजकुमार 
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उन्होंने भी कई अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और स्थानीय टूर्नामेंट में स्कोर बोर्ड चलाकर विदेशी दिग्गज खिलाड़ियों को भी अपनी प्रतिभा का कायल किया। राजकुमार के अनुसार उन्हें पिछली बार भारत-दक्षिण अफ्रीका वनडे मैच के लिए निमंत्रण मिला था लेकिन कोरोना महामारी के चलते वो मैच टाल दिया गया।

उन्होंन कहा कि लखनऊ में अब फिर इंटरनेशनल टी-20 मैच हो रहा है लेकिन बिना दर्शकों के मैच होने के चलते बोर्ड स्कोर्रिंग का मौका नहीं मिल पाया। राजकुमार की माने तो यूपीसीए व बीसीसीआई यदि चाहे तो उन्हें इस मैच में मौका मिल सकता है।

फाइल फोटो : सभी फोटो-साभार राजकुमार 
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राजकुमार के अनुसार डिजिटल स्कोर बोर्ड के बावजूद स्टेडियम के अंदर के दर्शक स्कोर जानने के लिए आमतौर पर मैनुअल स्कोरबोर्ड पर ही निर्भर  रहते है। यूपी के श्रावस्ती के रहने वाले राजकुमार  लखनऊ में  होने वाले प्रतिष्ठित शीश महल टूर्नामेंट के अलावा देवधर ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफ, महिला विश्वकप आदि के विभिन्न मैचों में भी स्कोरबोर्ड चला चुके हैं।

उन्होंने कई लोकल मैच के साथ दिलीप ट्राफी, शीशमहल क्रिकेट, रणजी ट्राफी में बोर्ड स्कोरिंग की। उन्होंने 2011-12 में केडी सिंह बाबू स्टेडियम में हुए महिला वर्ल्ड कप में भी स्कोरिंग की।

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राजकुमार के अनुसार उन्होंने 2018 में इकाना स्टेडियम में भारत बनाम  वेस्टइंडीज के बीच टी-20 मैच में स्कोरिंग के साथ 2019 में अफगानिस्तान और वेस्टइंडीज के बीच हुई सीरीज में भी स्कोरिंग करके वाहवाही लूटी थी।

राजकुमार के अनुसार पहले सीएएल और यूपीसीए के मैंचों में बोर्ड स्कोरिंग से इससे गुजारा हो जाता था लेकिन पिछले कई सालों से बोर्ड स्कोरिंग का चलन कम होने से उन्हें छोटा-मोटा धंधा करना पड़ रहा है।

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