सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए हिन्दुओं की एकजुटता जरूरी

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लखनऊ। अखण्ड आर्यावर्त आर्य त्रिदंडी महासभा के तत्वावधान में यहां कबीर आश्रम, दसौली, कुर्सी रोड पर श्री सदगुरू कबीर साहेब जयंती के अवसर पर आयोजित सनातन एकता महा सम्मेलन में सनातन बोर्ड की मांग करते हुए साधू-संतों ने कहा कि सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए हिन्दुओं की एकजुटता जरूरी है।

इससे पहले सम्मेलन का उद्घाटन अनित कौशिक, राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रधानमंत्री जनकल्याण योजना जागरूकता अभियान ने दीप प्रज्जवलित कर किया।

इस मौके पर अखण्ड आर्यावर्त आर्य त्रिदंडी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी, पूर्व केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर, महन्त संतोष दास खाकी, बनगढ आश्रम, नैमिषारण्य, संजय श्रीवास्तव राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, सिद्धार्थ दुबे राष्ट्रीय महामंत्री, जन बल पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमर सिंह यादव,

अंजनी पांडे संयुक्त व्यापार उद्योग मंडल राष्ट्रीय अध्यक्ष, पंकज तिवारी अध्यक्ष जन विकास महासभा, राम तिवारी अध्यक्ष मंगल फाउंडेशन, विजेंद्र निगम विधिक प्रकोष्ठ, बाबा महादेव राष्ट्रीय प्रवक्ता,

कमल जी ब्राह्मण परिवार लखनऊ, कार्यक्रम संरक्षक श्री श्री 108 महंत योगेंद्र दास साहेब, प्रबंधक श्री सदगुरु कबीर साहेब वेद वेदांग गुरुकुलम आचार्य शिवपूजन दीक्षित, गौरव वर्मा, अध्यक्ष योगी सेना श्रवण कुमार मिश्रा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, महिला मंडल अध्यक्ष अनीता तिवारी सहित कई प्रमुख लोग मौजूद थे।

सम्मेलन की शुरूआत गणेश स्तुति व दीप प्रज्जवलन के साथ हुयी। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि देश में सनातन संस्कृति की रक्षा के लिये हिन्दुओं की एकजुटता के साथ सनातन बोर्ड बनाये जाने की जरूरत है,

इस सम्मेलन के माध्यम से केन्द्र सरकार से मांग की गयी देश के बहुसंख्यक सनातन समाज के लिये सनातन बोर्ड बनाये, ताकि उनके हितों की रक्षा की जा सके।

इस मौके पर अखण्ड आर्यावर्त आर्य त्रिदंडी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने सनातनियों से आह्वान करते हुये कहा कि देश में सनातन संस्कृति की रक्षा लिये न सिर्फ हिन्दुओं का एकजुट होना जरूरी है बल्कि सनातन समाज को देश को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने के लिये एकजुट होना जरूरी है।

उन्होंने कहा कि वर्ष 1947 में धर्म के आधार पर भारत का विभाजन कर मुस्लिम समाज को इस्लामिक राष्ट्र के रूप में पाकिस्तान तो दे दिया लेकिन भारत के हिन्दुओं को धर्म निरपेक्ष के नाम से सिर्फ छलने का काम किया गया, और देश की स्थिति बंटवारे के समय से ज्यादा खराब हो गयी है।

इसकी वजह सनातन समाज का जातिवाद में बंटना है। त्रिवेदी ने कहा कि सनातन संस्कृति की रक्षा और देश को हिन्दू राष्ट्र के लिये जन-जन को जगाने के लिये जागरूकता निरन्तर कार्यक्रम चलाये जायेगें।

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