जून के महीने में पहली बार लंदन के ओवल में खेला जा रहा टेस्ट मैच

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लंदन के ओवल में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल जारी है. 146 वर्ष के इंग्लैंड के टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ओवल में जून में पहला टेस्ट हो रहा है. दरअसल, टेस्ट सीजन का समापन मई में हो जाता है और जून के अंत या जुलाई में नए सीजन का आगाज होता है.

ओवल में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के कुल 105 टेस्ट मैच हुए हैं। इनमें केवल एक मैच जून में, आठ मैच जुलाई में, 88 मैच अगस्त में और आठ मैच सितंबर में हुए. ओवल में एवरेज फर्स्ट इनिंग्स स्कोर 343 रन है. एवरेज सेकंड इनिंग्स स्कोर 304 रन है. एवरेज थर्ड इनिंग्स स्कोर 238 रन और एवरेज फोर्थ इनिंग्स स्कोर 156 रन है.

ओवल में हाईएस्ट टोटल 903/7 का रहा है, जो इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाए थे. यहां लोएस्ट टोटल 44/10 का रहा है, जो ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ बनाए थे.

ओवल में पहले बैटिंग करने वाली टीम ने 38 मैच में जीत दर्ज की है. पहले फील्डिंग करने वाली टीम ने 29 मैच में जीत दर्ज की है. 37 टेस्ट ड्रॉ रहे हैं.

इंग्लैंड ने इस मैदान पर 58 टेस्ट, ऑस्ट्रेलिया ने 15 टेस्ट, वेस्टइंडीज और भारत ने छह-छह टेस्ट, न्यूजीलैंड ने सात टेस्ट, पाकिस्तान ने चार टेस्ट और दक्षिण अफ्रीका ने नौ टेस्ट खेले गए है. ऑस्ट्रेलिया ने 15 में से चार और भारत ने छह में से केवल एक टेस्ट ओवल में जीते हैं.

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भारत और ऑस्ट्रेलिया की बात करें तो भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी. भारतीय टीम दूसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची है। 2021 मे हुए पहले संस्करण के फाइनल में न्यूजीलैंड ने भारत को आठ विकेट से मात थी. ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेल रही है.

टॉस के दौरान कप्तान रोहित ने बोला – हम पहले गेंदबाजी कर रहे हैं. हम यह फैसला ओवरकास्ट कंडीशन के चलते लिया हैं. मुझे नहीं लगता कि पिच ज्यादा बदलेगी. आपको अच्छी क्रिकेट खेलनी होगी और शीर्ष पर आना होगा. टीम में चार तेज गेंदबाज और एक स्पिनर को जगह दी है. जडेजा खेल रहे हैं और अश्विन को जगह नहीं मिली है.

अश्विन को टीम से बाहर रखना हमेशा मुश्किल होता है. वह इतने सालों में हमारे लिए मैच विजेता रहे हैं, लेकिन आपको वो चीजें करनी होती हैं जो टीम के लिए जरूरी होती हैं और आखिरकार हम उस फैसले के साथ आए. रहाणे अनुभव लेकर आए हैं. उन्होंने 80 से ज्यादा टेस्ट मैच खेले हैं और टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है.

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