महाकुंभ 2025 : विभाग एवं एजेंसी समन्वय बनाकर युद्धस्तर पर करें कार्य

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में वर्ष 2013 के बाद 12 वर्षों में लगने वाले प्रयागराज महाकुम्भ 2025 को दिव्य और भव्य रूप से बेहतर सुविधाओं और व्यवस्था के साथ मनाया जायेगा।

नगर विकास मंत्री ने महाकुंभ 2025 के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की

महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानियों का समाना नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री के नेतृत्व में अभी से युद्धस्तर पर कार्य करा रहीं और सड़क,पुल,बिजली, मेला क्षेत्र के विस्तारीकरण, व्यवस्थापन के 2 हज़ार करोड़ रूपए से अधिक के प्रोजेक्ट धरातल पर आ चुके हैं।

महाकुम्भ 2025 के लिए 2 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक के प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू

प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने सोमवार को जल निगम हॉस्टल ‘संगम’, लखनऊ से महाकुम्भ 2025 के लिए की जा रही तैयारियों को लेकर आयुक्त प्रयागराज, सम्बन्धित विभागों और एजेंसियों के अधिकारियों के साथ कार्यों की वर्चुअल समीक्षा की।

इस दौरान उन्होंने सभी सम्बन्धित विभागों और कार्यदायी एजेंसियों को आपस में समन्वय बनाकर युद्धस्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए।

उन्होने कहा कि बेहतर मैनेजमेंट के साथ किसी भी कार्य को व्यवस्थित ढंग से और स्थायी रूप से किया जाए। स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों के सुझाओं पर भी ध्यान दें, जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या न हो।

महाकुम्भ दिव्य और भव्य रूप से बेहतर व्यवस्था के साथ मनाया जायेगा :एके शर्मा

नगर विकास मंत्री ने लगभग 3738 करोड रुपए की लागत से विभिन्न विभागों द्वारा अब तक अनुमोदित 260 परियोजनाओं की बिन्दुवार समीक्षा की।

उन्होंने अधिकारियों को प्रगति कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग करने मूलभूत सुविधाओं के साथ पेयजल, शौचालय, विद्युत आपूर्ति, पार्किंग आदि की सुचार व्यवस्था करने, सड़कों व चौराहा से अतिक्रमण हटाने के साथ इनका चौड़ीकरण और सुंदरीकरण के कार्यों में गति लाने को कहा।

इस बार महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक 45 दिन चलेगा। इस दौरान मेला में 06 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। 40 लाख श्रद्धालु शाही स्नानों में आ सकते हैं। 40 लाख कल्पवासी हो सकते हैं। लाखों करोड़ों आगंतुकों के लिए पर्याप्त व्यवस्था करनी होगी।

स्वच्छ मेला के लिए स्वच्छाग्रहीयो की पर्याप्त उपलब्धता हो। डिजिटल म्यूजियम बनाए जाएं, आई ट्रिपल सी, आईटी और ड्रोन से मेला क्षेत्र की निगरानी के लिए अभी से व्यवस्था कर ली जाए।

सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रहनी चाहिए। इन सभी कार्यों में किसी भी प्रकार की ढिलाई व शिथिलता न होने पाए। मेला क्षेत्र में रोप-वे,पीपा पुल, आरओबी, पुलों आदि के निर्माण कार्य को समय से पूरा किया जाए।

उन्होंने कहा कि वीआईपी के साथ सामान्य श्रद्धालुओं के ठहरने की भी पर्याप्त व्यवस्था की जाए। कहीं पर भी अव्यवस्था न हो, इसके लिए सभी बॉटलनेक कार्यों को चिन्हित कर उसे समय से पूरा कराए।

नगर विकास मंत्री ने कहा कि महाकुम्भ की तैयारियों में किसी भी प्रकार की कमी न होने देने तथा स्थनीयवासियों और जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर उनके सुझाओं पर अन्य किसी भी प्रकार के कार्यों को कराने की जरूरत हो, तो उसका प्रस्ताव भी शासन में अनुमोदन हेतु प्रेषित किया जाए।

महाकुम्भ मेलाधिकारी विजय किरन आनन्द ने महाकुम्भ 2025 के लिए अब तक की गयी तैयारियों के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महाकुम्भ 2025 में पिछले कुम्भ के सापेक्ष अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।

अतः मेला क्षेत्र को 4 हज़ार हेक्टेयर क्षेत्रफल में व 25 सेक्टरों में बसाया जाएगा तथा लगभग 1800 हेक्टेयर में पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। 13 किमी लम्बी 7 रिवर फ्रंट रोड, ग्रीन बेल्ट का विकास, पेयजल, शौचालय, विद्युत व्यवस्था तथा वेंडिंग जोन की व्यवस्था भी करायी जाएगी।

राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन से वित्त पोषित 7 घाटों में सरस्वती घाट, किला घाट, दशाश्वमेघ घाट, नौकायान घाट, ज्ञान गंगा आश्रम घाट, महेवा घाट तथा रसूला घाट का भी विकास किया जा रहा, जिसके अन्तर्गत चेंजिंग रूम, पेयजल, विद्युत, पार्किंग, गेट, साइनेज, बेंच, कूड़ादान, ग्रीन बेल्ट एवं शौचालयों आदि का निर्माण कराया जाएगा।

श्रद्धालुओं के आने जाने के लिए बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों, एयरपोर्ट का विस्तार व सुंदरीकरण कर और बेहतर बनाया जा रहा। मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए 1000 शटल बसों के साथ इलेक्ट्रिक बसों की व्यवस्था की जाएगी। बसों के संचालन के लिए 12 अस्थाई बस स्टैण्ड बनाए जायेंगे।

उन्होने बताया कि नगर निगम द्वारा कियान्वित की जा रही परियोजनाओं के अन्तर्गत कचरे के शत प्रतिशत निस्तारण हेतु 200 मीटन क्षमता के बायो सीएनजी प्लांट, 15 मीटन क्षमता के बायो गैस प्लांट तथा 150 मीटन क्षमता के एमआरएफ प्लांट की स्थापना की जा रही।

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मेला क्षेत्र में प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित कराने हेतु मुख्य प्रवेश मार्ग पार्क, मंदिरों के मार्ग, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन एवं एयरपोर्ट से जोडने वाले मार्गों पर प्रकाश व्यवस्था का कार्य कराया जायेगा। हरित ऊर्जा के दृष्टिगत 100 पार्कों में सोलर लाइट, सोलर पार्को की स्थापना और मेला क्षेत्रों में 04 स्थानों पर सौर ऊर्जा पेजयल कियोस्क की स्थापना की जा रही।

बैठक में प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने नेशनल हाई-वे अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा प्रयागराज रायबरेली मार्ग पर कराए जा रहे कार्यों, सेतु निगम द्वारा बनाए जा रहे विभिन्न सेतुओं,

जिनमें खास तौर पर जीटी जवाहर पर प्रस्तावित एडिशनल फ्लावर तथा सूबेदारगंज फ्लावर तथा एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा प्रयागराज हवाई अड्डे के विस्तार से संबंधित कार्यों को समय से पूर्ण करने पर जोर दिया।

इसी क्रम में अपर पुलिस महानिदेशक भानु भास्कर ने माघ मेले से पूर्व कुंभ मेला पुलिस अधिकारी तैनात करने का अनुरोध किया।

बैठक में प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रंजन कुमार, विशेष सचिव पीडब्लूडी के साथ अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। प्रयागराज के कमिश्नर तथा अन्य विभागों के अधिकारी बैठक में वर्चुअली प्रतिभाग किया।

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