रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लिया महत्वपूर्ण स्वदेशी रक्षा क्षमताओं का जायजा 

0
72

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश में कानपुर स्थित एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड (एडब्ल्यूईआईएल) की इकाई, फील्ड गन फैक्ट्री का दौरा किया। यह टैंक टी-90 और धनुष गन सहित विभिन्न आर्टिलरी गन तथा टैंकों की बैरल और ब्रीच असेंबली बनाने में विशेषज्ञता प्राप्त है।

इस यात्रा के दौरान, मंत्री महोदय ने महत्वपूर्ण स्वदेशी रक्षा क्षमताओं का जायजा लेने के लिए कारखाने के हीट ट्रीटमेंट और न्यू असेंबली शॉप सहित प्रमुख सुविधाओं का निरीक्षण किया। इस अवसर पर सिंह के साथ सचिव (रक्षा उत्पादन) संजीव कुमार और रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव तथा डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत भी थे।

शॉप फ्लोर के दौरे के पश्चात, राजनाथ सिंह को कानपुर स्थित तीन रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (डीपीएसयू) – एडब्ल्यूईआईएल, ट्रूप कम्फर्ट्स इंडिया लिमिटेड, ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड – के सीएमडी और कानपुर स्थित डीआरडीओ प्रयोगशाला, रक्षा सामग्री और भंडार अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान के निदेशक द्वारा ब्रीफ किया गया।

प्रस्तुतियों के दौरान, नए डीपीएसयू के सीएमडी ने रक्षा मंत्री को उत्पाद प्रोफ़ाइल, चल रही बड़ी परियोजनाओं, अनुसंधान एवं विकास प्रयासों और रक्षा सेवाओं की आवश्यकता को पूरा करने के लिए उनके द्वारा किए जा रहे आधुनिकीकरण संबंधी गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।

एडब्ल्यूईआईएल की छोटे, मध्यम और बड़े कैलिबर गन प्रणालियों के निर्माण में विशेषज्ञता है। टीसीएल के मुख्य उत्पाद लड़ाकू वर्दी, बैलिस्टिक सुरक्षात्मक गियर, अत्यधिक ठंड से बचने वाले कपड़े और बड़ी ऊंचाई के लिए टेंटेज हैं, जबकि जीआईएल के पास भारत में पैराशूट की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी उत्पादन इकाई है।

ये भी पढ़ेे : 2029-30 तक रक्षा निर्यात 50,000 करोड़ रुपये तक पहुंचेगा : राजनाथ सिंह

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here