सी.एस.आई.आर.-केन्द्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सी.एस.आई.आर-सीमैप) द्वारा लखनऊ स्थित कैम्पस में 28 फरवरी, 2025 को “राष्ट्रीय विज्ञान दिवस” समारोह का आयोजन “विकसित भारत के लिए विज्ञान और नवाचार में वैश्विक नेतृत्व के लिए भारतीय युवाओं को सशक्त बनाना” थीम पर किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि व निदेशक, सीएसआईआर-सीमैप द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर डॉ. सेंजुति सिन्हारॉय, वैज्ञानिक-v, राष्ट्रीय पादप जीनोम अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली मुख्य अतिथि रहीं उन्होंने “रूट नोड्यूल सहजीवन: तीन महत्वपूर्ण मील के पत्थर-पहचान से लेकर नाइट्रोजन स्थिरीकरण तक” विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने अपने विज्ञान दिवस व्याख्यान मे रूट नोड्यूल सहजीवन पर विस्तार से चर्चा की।
इस अवसर पर डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी, निदेशक, सीएसआईआर-सीमैप ने मुख्य अतिथि व सभागार मे उपस्थित लोगों का स्वागत किया एवं औषधीय और सुगंधित पौधों के विभिन्न क्षेत्रों में सीएसआईआर-सीमैप की प्रमुख उपलब्धियों को संक्षेप में प्रस्तुत किया। उन्होंने विज्ञान के कुछ विशिष्ट क्षेत्रों में संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया जो समाज में आर्थिक समृद्धि लाएगा।
इस अवसर पर सीएसआईआर-सीमैप, लखनऊ द्वारा विकसित तकनीकी पर निर्मित “नारी+” सैनेटरी पैड को लॉंच किया गया। यह एक किफ़ायती एवं औषधीय गुण सहित है। यह सैनेटरी पैड मशीन द्वारा निर्मित है और पहले विकसित नारी सैनेटरी पैड से अधिक आरामदायक एवं तरल अवशोषित करने वाला उत्पाद है। यह तकनीक उद्योग को हस्तांतरण हेतु तैयार है।
इस अवसर पर सीएसआईआर-सीमैप द्वारा विकसित हर्बल उत्पादों को मार्केट सीडिंग के लिए मेसर्स मंदार एजुकेशन एंड रिसर्च फ़ाउंडेशन, बांका, बिहार एवं मेसर्स पेंटल ड्रिफ, महानगर, लखनऊ के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
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इस समारोह के अवसर पर संस्थान विद्यार्थियों व आम-जनमानस के लिए प्रातः 10.00 बजे से सायं 4.00 बजे तक खुला रहा। इस अवसर पर विभिन्न स्कूलों व महाविद्यालयों से लगभग 500 विद्यार्थियों ने सीएसआईआर-सीमैप, लखनऊ में वैज्ञानिकों के साथ आधुनिक विज्ञान की जानकारी प्राप्त की एवं संस्थान की विभिन्न प्रयोगशालाओं, प्रदर्शन खंड एवं मानव उपवन का भ्रमण कराया गया ।
इस अवसर पर सम्मानित अतिथिगण, संस्थान के वैज्ञानिक, कर्मचारी व शोधार्थी आदि उपस्थित रहे। डॉ. सुम्या पाठक ने कार्यक्रम का संचालन व डॉ. पूजा खरे द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर डॉ. सुदीप टंडन व डॉ. स्वाति त्यागी आदि उपस्थित रहे।