वैज्ञानिक डॉ एस कुमार फ़्रांस में सम्मानित, मिला भारत गौरव अवार्ड

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लखनऊ:देश के चर्चित वैज्ञानिक डॉ एस कुमार को फ़्रांस में उनके उत्कृष्ठ कार्यों के लिए गत 23 जुलाई को भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किया गया। वैज्ञानिक डॉ एस कुमार डायबिटीज मुक्त भारत को लेकर एक बड़े अभियान पर हैं।

पीएचडी होल्डर और गोल्ड मेडेलिस्ट डॉ एस कुमार का दावा है कि भारत में 90 फीसदी लोग बिना डायबिटीज ही डायबिटीज की दवाइयाँ या इन्सुलिन ले रहे हैं। जिसका बड़ा कारण अधूरी जाँचों का होना है। वैज्ञानिक कुमार द्वारा किये गए शोध डाइबोप्लास्टी प्रोटोकॉल 369+ से लगभग 50 हजार मरीज डायबिटीज मुक्त हो चुके हैं।

बताते चलें कि डॉ एस कुमार एक साइंटिस्ट, डायबिटीज रिसर्चर और एप्रोप्रिएट डाइट थैरेपी सेंटर के संचालक हैं, लखनऊ सहित पूरे भारत में इनकी 50 से अधिक शाखाएं हैं। संस्कृति युवा संस्थान द्वारा सीनेट, फ़्रांस में आयोजित एक सम्मान समारोह के लिए भारत में उत्कृष्ठ कार्य कर रहे भारतीयों को इस सम्मान के लिए आमंत्रित किया गया था।

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इसमें संस्कृति युवा संस्थान के अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा और संस्था के संरक्षक एससी गणेशिया ने की ओर से यह अवॉर्ड दिया गया। डॉ कुमार द्वारा लिखी गई किताब Know Diabetes then No Diabetes जिसका हिन्दी में मतलब है- डायबिटीज को जान लोगे, तो डायबिटीज कभी नहीं होगी काफी लोकप्रिय है।

उनका मानना है कि डायबिटीज कोई बीमारी नहीं है। इसे सही खान-पान और दिनचर्या, डेली रूटीन में छोटे-छोटे बदलावों से ठीक किया जा सकता है। उन्होंने डायबिटीज को लेकर फैली गलतफहमियों को दूर करने के लिए सेमीनार और जागरुकता अभियान भी शुरू किया है।

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