पिछले शुक्रवार को रिलीज हुई फिल्म बवाल में दिखाए गए कुछ सीन्स और डायलॉग्स ने लोगों को आहत किया है। इसके रिलीज होते है इस पर सवाल उठने शुरू हो गए थे।
इजराइल एंबेसी ने भी फिल्म के खिलाफ नाराजगी दर्ज की है। यहूदी संगठन ‘द साइमन विसेन्थल सेंटर’ के बाद, अब इजरायल एंबेसी ने नितेश तिवारी की फिल्म बवाल पर आपत्ति जाहिर की है।
भारत में इजरायली एंबेसी के नाओर गिलोन ने ट्वीट में लिखा, ‘इजरायली एंबेसी हालिया फिल्म ‘बवाल’ में होलोकॉस्ट के महत्व को घटिया बताए जाने से परेशान है।
फिल्म में कुछ डायलॉग का इस्तेमाल गलत तरीके से हुए है और हम मानते है कि कोई गलत इरादा नहीं था, हम उन सभी से आग्रह करते हैं जो होलोकॉस्ट के बारे में पूरी तरह से जागरूक नहीं है, वे इसके बारे में खुद को शिक्षित करें।
कहा है कि फिल्म में यहूदियों के होलोकॉस्ट (नरसंहार) को गलत तरीके से दिखाया गया है। ऐसा करने से लोगों की भावनाएं आहत हुई है। ‘बवाल’ हाई स्कूल के इतिहास के टीचर अजय दीक्षित (वरुण धवन) और उनकी पत्नी निशा (जाह्नवी कपूर) की कहानी है। वे यूरोप दौरे पर जाते है, जहां वे ऐनी फ्रैंक के घर सहित विश्व युद्ध 2 के वक्त की सभी जगहों का दौरा करते है।
फ़िल्म में कुछ विवाद भरे डायलॉग्स भी है जिनमें वैवाहिक कलह की तुलना ऑशविट्ज़ से और लालची लोगों की तुलना हिटलर से हुई है। इसमें आगे बोला गया है, ‘हमारी एंबेसी इस विषय पर एजुकेशनल कंटेट का प्रचार-प्रसार करने के लिए लगातार काम कर रही है, और हम बेहतर समझ को बढ़ावा देने के लिए सभी के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है।
एसडब्ल्यूसी एसोसिएट डीन और ग्लोबल सोशल एक्शन के निदेशक रब्बी अब्राहम कूपर ने बोला था, ‘फिल्म में दिखाया गया पार्ट इंसानों की बुराई करने का एक उदाहरण है।
कूपर ने कहा, ‘इस फिल्म में नितेश तिवारी ने घोषणा की कि ‘हर रिश्ता ऑशविट्ज़ के जरिए चलता है, हिटलर के नरसंहार शासन के हाथों छह मिलियन मारे गए यहूदियों और लाखों लोगों की याद को अपमानित करता है।
अगर फिल्म निर्माता का लक्ष्य कथित तौर पर किसी की मौत पर फिल्म बनाकर पीआर हासिल करना था, तो वह सफल हो गए है।