पैरा एशियन गेम्स : सुहास एलवाई ने बैडमिंटन में स्वर्ण जीत रचा इतिहास

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कोच गौरव खन्ना के साथ सुहास एलवाई 

लखनऊ। टोक्यो पैरालंपिक के रजत पदक विजेता पैरा शटलर आइएएस सुहास एल वाई ने आज एक और इतिहास रच दिया जब उन्होंने हांगझाऊ, चीन में आयोजित पैरा एशियन गेम्स में बैडमिंटन एकल का स्वर्ण जीत लिया।

पुरुष सिंगल्स एस एल-4 में मलेशिया के बुरहानुद्दीन को 13-21, 21-18, 21-9 से हराया

विश्व रैंकिंग में नंबर दो व भारत के नंबर वन पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी सुहास ने पुरुष सिंगल्स एस एल-4 के फाइनल में मलेशिया के मोहम्मद अमीन बुरहानुद्दीन को तीन गेम तक खींचे मुकाबले में 13-21, 21-18, 21-9 से पराजित किया।

फाइनल के पहले गेम में अमीन ने सुहास को 21-13 से मात दी। दूसरे गेम में सुहास ने अपनी रणनीति में बदलाव किया और शानदार कोर्ट कवरेज का प्रदर्शन किया।

उन्होंने कई बेहतरीन शॉट खेले और एक-एक अंक के लिए हुए कड़े संघर्ष के बाद 21-18 से गेम अपने नाम कर लिया। तीसरे व निर्णायक गेम्स में सुहास ने दबाव बनाते हुए 21-9 के साथ जीत दर्ज की और पैरा एशियन गेम्स में एकल स्वर्ण अपने नाम कर इतिहास रच दिया।

इस जीत पर एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में सुहास एलवाई ने कहा कि आज की इस स्वर्णिम सफलता की उन्हें काफी खुशी थी जिसके लिए मैंने खास तैयारी की थी। मैं आगे भी देश का नाम ऐसे रोशन करने के लिए लगातार तैयारी करता रहूंगा औैर बैडमिंटन कोर्ट पर अपना सफर आगे बढ़ाता रहूंगा। अब मैं आगामी पैरालंपिक में भी देश का गौरव बढ़ाने पर फोकस कर रहा हूं।

खेलकूद विभाग में सचिव पद पर तैनात सुहास एलवाई ने इससे पहले जकार्ता पैरा एशियन गेम्स-2018 में भी पदक जीता था लेकिन उस समय वो पुरुष टीम स्पर्धा की कांस्य पदक विजेता टीम के सदस्य थे।

इससे पहले सुहास एलवाई ने सेमीफाइनल में इंडोनेशिया के फ्रेडी सेतियावान (टोक्यो पैरालंपिक के कांस्य पदक विजेता) को 21-12, 21-19 से और क्वार्टर फ़ाइनल में इंडोनेशिया के ही हिकमत रामादानी को 21-19, 21-17 से मात दी थी।

कोच गौरव खन्ना के साथ सुहास एलवाई

अपने प्रारंभिक दौर के मुकाबलों में सुहास ने पहले दौर में चीन के फू फाजेंग को 21-10, 21-8 से, दूसरे राउंड में साउथ कोरिया के शिन क्योंग ह्वान को 13-21, 21-5, 21-4 से, तीसरे राउंड में बांग्लादेश के शमीम शाहरिया को 21-9, 21-4 से और चौथे दौर में भारत के तरुण ढिल्लों को 21-19, 21-15 से मात दी थी।

सुहास एलवाई ने टोक्यो पैरालंपिक-2020 ने पुरुष सिंगल्स एसएल फोर में रजत पदक जीता था और वो ये उपलब्धि हासिल करने वाले पहले आईएएस अधिकारी बने थे।

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बताते चले कि मूल रूप से कर्नाटक में शिमोगा जिले के रहने वाले उत्तर प्रदेश कैडर के वर्ष 2007 बैच के आईएएस अफसर सुहास एलवाई इससे पहले गौतमबुद्धनगर में जिलाधिकारी थे जहां उनकी तैनाती कोविड-19 महामारी काल के समय मार्च 2020 में हुई थी।

उन्होंने आजमगढ़ में जिलाधिकारी के पद पर तैनात भारतीय पैरा बैडमिंटन टीम के मुख्य कोच द्रोणाचार्य अवार्डी गौरव खन्ना के प्रोत्साहन पर पैरा बैडमिंटन की प्रैक्टिस शुरू की थी और फिर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई टूर्नामेंटों में लगातार देश के लिए पदक जीत रहे हैं।

सुहास एल वाई ने टोक्यो पैरालंपिक में रजत सहित कई अंतरारष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में दर्जन भर से अधिक पदक जीते है। उन्होनें इस साल ऑस्ट्रेलिया इंटरनेशनल पैरा बैडमिंटन टूर्नामेंट-2023 में कांस्य और थाईलैँड पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीते है।

सुहास एलवाई जकार्ता पैरा एशियन गेम्स-2018 में पुरुष टीम स्पर्धा का कांस्य पदक जीत चुके है। इसके अलावा उन्होंने 2016 में बीजिंग में हुई एशियन पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में पुरुष एकल का स्वर्ण पदक जीता था।

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