यूपीएसआईएफएस ने आईआईआईटी लखनऊ के साथ किया आठवां एमओयू

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फरेंसिक साइन्स लखनऊ ने आज संस्थान को और अधिक गति देने के उद्देश्य से भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी), लखनऊ के साथ एमओयू हस्ताक्षरित किया।

यह एमओयू यूपीएसआईएफएस, लखनऊ के निदेशक डॉ.जीके गोस्वामी एवं आईआईआईटी, लखनऊ के निदेशक डॉ.अरूण मोहन सेरी के बीच हस्ताक्षरित किया गया। यूपीएसआईएफएस, लखनऊ का महत्वपूर्ण संस्थानों के साथ यह आठवां एमओयू है।

छात्रों को फोरेंसिक, कानून, सामाजिक विज्ञान एवं साइबर सुरक्षा में उत्कृष्टता पाने में मिलेगा सहयोग 

इनमें एनएफएसयू गांधीनगर गुजरात, एकेटीयू लखनऊ, सीडीएफडी हैदराबाद, टीआईएसएस मुम्बई, एनयूजेएस पश्चिम बंगाल एवं आईआईटी कानपुर आदि प्रमुख है।

यूपीएसआईएफएस के निदेशक डॉ.जीके गोस्वामी ने बताया कि आईआईआईटी, लखनऊ से हुए इस एमओयू से यूपीएसआईएफएस के छात्रों को ज्ञानार्जन हेतु एक महत्वपूर्ण शैक्षणिक वातावरण मिलेगा।

यूपीएसआईएफएस एवं आईआईआईटी, लखनऊ के बीच MoU के माध्यम से संस्थान के छात्रों को फोरेंसिक, कानून, सामाजिक विज्ञान, साइबर सुरक्षा और अन्य विषयों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने में सहयोग मिलेगा तथा साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी विशेषज्ञता को हासिल करेंगे।

साइबर फॉरेंसिक एवं सूचना प्रद्योगिकी में नये ऑनलाइन कोर्स भी होंगे तैयार 

उन्होनें कहा कि दोनो संस्थान साइबर फॉरेंसिक एवं सूचना प्रद्योगिकी में नये ऑनलाइन कोर्स भी तैयार करेंगे, ताकि छात्रों एवं व्यवसायिक विशेषज्ञों को बेहतर शिक्षा दिलाया जा सके।

डॉ.गोस्वामी ने बताया कि दोनों संस्थानों का उद्देश्य शैक्षिक गतिविधियाँ, अनुसंधान गतिविधियों में सहयोग, विभिन्न संगठनों से पेशेवरों का प्रशिक्षण, संकायों और छात्रों का आदान-प्रदान एवं दोनों पक्षों की आपसी सहमति से साइबर फॉरेंसिक क्षेत्र में कार्य करना है।

अध्ययन के परिणामों शोध पत्र, पेटेंट, उत्पाद इत्यादि दोनों पक्षों के योगदानकर्ता द्वारा संयुक्त रूप से साझा भी किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि विशेष शैक्षणिक वातावरण तैयार करने के लिए दोनों संस्थानों के विषय-विशेषज्ञ एक-दूसरे के संसाधनों का उपयोग कर सकेंगे।

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इस अवसर पर यूपीएसआईएफएस के छात्रों को सम्बोधित करते हुए आईआईआईटी, लखनऊ के निदेशक डॉ.अरूण मोहन सेरी ने कहा कि छात्रों को किसी भी विषय के मूल तत्व को समझने की आवश्यकता है बजाय मात्र किताबी ज्ञान के।

उन्होंने सामान्य जीवन का उदाहरण देकर बैन्डविथ जैसे जटिल विषय को छात्रों के सामने सरलता से प्रस्तुत किया। अन्त में डॉ0 सेरी ने मनोविज्ञान सोशल मीडिया तथा आईटी के बीच की बारीकियों को भी छात्रों को समझाया।

एमओयू एवं उनके व्याख्यान को लेकर खासा उत्साह का वातावरण मिला। कार्यक्रम के अन्त में राजीव मल्होत्रा, अपर निदेशक, यूपीएसआईएफएस ने आईआईआईटी से आये समस्त अधिकारीगणों का आभार प्रकट किया।

इस अवसर पर संस्थान के उपनिदेशक चिरंजीव मुखर्जी, प्रशासनिक अधिकारी अतुल कुमार यादव सहित शिक्षकगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन यूपीएसआईएफएस के छात्रों द्वारा किया गया।

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